
सुनने में आया है की राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उम्मीदवार (वर्तमान में उत्कल प्रदेशीय मारवाडी युवा मंच के प्रांतीय अध्यक्ष) आज गुवाहाटी आ रहे हैं। गुवाहाटी के अलावा संभवतः वे उपरी असम का दौरा भी करेंगे। ज्ञातव्य है किकुछ दिनों पहले, राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के एक और उम्मीदवार, श्री श्याम सुंदर सोनी (वर्तमान में मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) ने भी गुवाहाटी और उपरी असम का दौरा किया था।
अजातशत्रु
कृपया सम्भूजी द्वारा पूर्व में इनके सम्बन्ध में उठाये गए प्रश्नों का उत्तर ज़रूर मांग लीजियेगा एवं ब्लॉग पर सूचित कर दीजियेगा
जवाब देंहटाएंबड़ा सोच का जादू चला:-
जवाब देंहटाएंजीतेंद्र जी कल गुवाहाटी आए और मैंने सुना है की जहाँ एक और उन्होंने शक्तिपीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया वहीँ मंच सदस्यों से मुलाकात कर अपनी उम्मीदवारी को मजबूती देने में भी सफल रहे। उनसे मिलने वाले सदस्य एक बात पर सहमत दिखे कि इस व्यक्ति के पास अलग और बड़ा सोचने और उस सोच को अमली जामा पहनाने की लियाकत है। लीक छोड़ कर चलने की हिम्मत करने वाले इस शख्स के विचारों में लोगो को जो एक खास बात दिखी, वह यह है कि "यह व्यक्ति विशालता और भव्यता का कायल है"।
"अपने सोच में छोटे छोटे परिवर्तन कर बड़े कामों को अंजाम दिया जा सकता है" की थ्योरी में विश्वास रखने और उसे अमल में लाने वाले इस शख्श में कुछ तो ऐसा है जो इसे अन्य से जुदा करता है। अपने गृह प्रांत में इनके द्वारा संपादित कार्यो के बारे में सुनकर यह समझ में आ गया कि बड़ी सोच के जादू ने उत्कल में अपना प्रभाव दिखा दिया है- और अब राष्ट्र की बारी है।
एक बात मैं अपनी ओर से जोड़ना चाहूँगा कि तेज प्रवाह से भला तो होता है लेकिन यद्फी तट-बंद मजबूत न हो तो नुक्सान का खतरा भी रहता है। इस नए और तेज प्रवाह का स्वागत किया जाना चाहिए साथ ही सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि तटबंद मजबूत हों। बदलाव जरूर हो, लेकिन लोगो को विश्वास में लेकर।
शंकर अगरवाल
गुमनाम पत्र लेखक महोदय,
जवाब देंहटाएंशम्भू जी द्वारा उठाए गए प्रश्नों को उनके सामने कुछ सदस्यों द्वारा उठाया गया है, और संभवतः उनका जवाब जल्द ही इसी ब्लॉग पर प्रकाशित भी होगा।
अजातशत्रु