भाई बिनोद रिंगानिया की बात से मुझे ध्यान आया की हाल ही में भाई बिनोद लोहिया बता रहे थे कि गुवाहाटी में नेत्रदान करनेवालों की सूची में तकरीबन ७५% नेत्रदाता मारवाडी थे। सोचने की बात यह है कि क्या ऐसी बातो को इतर समाज के सामने लाना चाहिए? यदि हाँ तो यह कार्य कौन करे?
अजातशत्रु
शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2008
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