गुरुवार, 16 अक्टूबर 2008

तुम बहुत बक-बक करते हो, यह दिशा-विशा क्या होती है?


कितनी खुशी का बात है कि आज मंच में हम सभी ब्लागिंग के द्वारा अपने विचार एक-दूसरे तक पहुंचा पा रहे हैं। लेखक ने ठीक लिखा है कि रांची अधिवेशन आ रहा है तो इसी बहाने से ही सही इस बात पर हम विचार कर लें कि क्या मंच की दिशा सही है, या यह कहने से आप बुरा तो नहीं मान जाएंगे कि मंच की कोई दिशा है भी क्या? हम रोजाना थोड़ी-थोड़ी चर्चा करेंगे ताकि हमारे-आपके अजीर्ण की शिकायत न हो।
तो पहला सवाल यही है कि क्या मंच की कोई दिशा है? क्या इसके शीर्ष पदाधिकारी एक वाक्य में यह बता सकते हैं कि मंच क्यों? या वे एक पैराग्राफ में बता सकते हैं कि मंच की प्राथमिकताएँ क्या हैं? या यह कि क्या वे एक पैरा में बता सकते हैं कि उनका विजन क्या है?
आपका
विनोद रिंगानिया, गुवाहाटी

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