सोमवार, 20 अक्टूबर 2008

जो करना है हमें ही करना है

माफ करें साथियो, यदि हम वही पुराना राग अलापते रहे कि हमारे नेतृत्व में यह कमी थी, उसने यह नहीं किया वह नहीं किया तो हम कहीं नहीं पहुंच पाएंगे। मेरा सुझाव यह है कि कोई ऐसा जिम्मेवार लड़का खोजा जाए जो इस साइट को सही ढंग से मैनेज कर पाए। इसमें जाब का कालम हो। जिसे जाब चाहिए और जिसे आदमी चाहिए वे अपनी पोस्टिंग्स इस पर डाल सकें। इसी तरह शादियों का फोरम हो। सामाजिक बहस तो अपनी जगह है ही। कैरियर का फोरम भी हो। हमें ऐसा व्यक्ति खोजना चाहिए जो इस काम को कर पाए। क्या करना है इसकी एक कल्पना दिमाग में है, लेकिन हम साइट क्रिएशन में एक सीमा तक ही जा सकते हैं।

जहाँ तक मंच वालों में इन्टरनेट के प्रति जागरूकता के अभाव की बात है तो हम कसम खा लें कि इस तरह की शिकायतें हम आगे से नहीं करेंगे। केवल सकारात्मक बातें ही करेंगे। अब जागरूकता नहीं है तो सोचना यह है कि जागरूकता कैसे आएगी। जब इन्कम टैक्स के रिटर्न इलेक्ट्रानिकली भरना अनिवार्य कर दिया जाएगा तो लोग सीखेंगे ही। इसी तरह जब जाब, शादी, समस्या समाधान, मारवाड़ी समाज संबंधी समाचार आदि इस पर आने लगेंगे तो लोग मजबूरन साइट पर आने लगेंगे।

तो, सभी बंधुओ से आग्रह है कि उनकी नजर में कोई ऐसा व्यक्ति, या ऐसे व्यक्ति हों जो साइट की डजाइन आदि कर सकें तो उन्हें इस अभियान से जोड़ें।

आपका

विनोद रिंगानिया

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